विद्युत जेनरेटर कैसे कार्य करता है, तथा प्रयोगात्मक एक छोटा जेनरेटर कैसे बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं। विद्युत जेनरेटर एक ऐसा उपकरण है, जो कि अन्य ऊर्जा स्रोतों से ऊर्जा लेकर विद्युत ऊर्जा मे परिवर्तित करता है। इसके कार्य करने की क्रियाविधी- दो या अधिक चुंबक या चुंबकीय क्षेत्र के मध्य में एक चालक कुंडली अथवा अधिक कुंडली की व्यवस्था को घूर्णित किया जाता है। जिसके कारण कुंडली के चारों ओर परिवर्तित चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है।परिणामस्वरूप कुंडली में विद्युत धारा उत्पन्न होती है। कुंडली को घूर्णन गति देने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जा सकती है, जैसे किसी इंजन में व्यवस्थित किया जा सकता है। जैसे की चित्र में दिखाई दे रहा है, कि जेनरेटर दाएं भाग में है, तथा बाएं भाग में इंजन के साथ घुर्णन की व्यवस्था की गई है। जेनरेटर का कार्यसिद्धांत - 1.लेंज का नियम विद्युत चु. प्रेरण की घटना में प्रेरित धारा की दिशा ऐसी होती है कि वह उस कारण का विरोध करती है जिस कारण से उसकी उत्पत्ति हुई है।...
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